Jharkhand JSSC Graduate Level Vacancy 2019 Syllabus is now available | Download JSSC Graduate Level Preliminary Test Syllabus – Hindi, English, Regional Language, Mathematics, General Knowledge | Jharkhand Staff Selection Commission Graduate Level JGGSLCCE-2019 Syllabus (PDF) download Complete
Jharkhand Staff Selection Commission has announced 1140 Graduate Level Vacancy in various Govt. Department. The Exam JGGSLCCE-2019 will be held for the recruitment. There will be two phase, The first Phase is Preliminary Written Test and second is the Main Examination. Candidate applying for the JSSC Graduate Level Vacancy 2019 has to download complete syllabus issued by JSSC (Official).
कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग, झारखण्ड सरकार प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग, झारखण्ड, राँची के अन्तर्गत सहायक प्रशाखा पदाधिकारी, खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग, झारखण्ड, राँची के अंतर्गत प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अंतर्गत प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी एवं राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के अंतर्गत अंचल निरीक्षक-सह-कानूनगो, कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के अंतर्गत सहकारिता प्रसार पदाधिकारी एवं नगर विकास, आवास विभाग के अंतर्गत प्लानिंग अस्सिटेंट एवं ग्रामीण विकास विमाग (पंचायत्ती राज) के अंतर्गत प्रखण्ड पंचायत राज पदाधिकारी के पदों की संसूचित रिक्तियों के विरूद्ध नियुक्ति के लिए झारखण्ड राज्य के स्थानीय निवासी उम्मीदवारों से विहित प्रपत्र में झारखण्ड सामान्य योग्यताधारी स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2019′ के लिये ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित किये जाते हैं।
उम्मीदवार विवरणिका की विभिन्न कंडिकाओं में विहित शैक्षणिक योग्यता तथा निर्धारित आयु सीमा के अन्तर्गत आवेदन दे सकते हैं। ऑनलाईन आवेदन आयोग के वेबसाईट (www.jssc.nic.in)
Brief Details by Sarkari Mama
State | |
Job Name | |
Department | |
Total Vacancy | |
Notification Date | |
Registration Date | |
Last date to Apply |
QR Code (Scan)
SarkariMama
Vacancy
Selection Process
Exam Scheme
परीक्षा का स्वरूप :-आयोग द्वारा ओ0०एम0आर0 आधारित परीक्षा लिया जायगा। परीक्षा का स्वरूप निम्न प्रकार होगा।
परीक्षा का स्वरूप एवं पाठ्यक्रम :- परीक्षा दो चरणों में ली जायेगी
(क) प्रारम्भिक परीक्षा
(ख) मुख्य परीक्षा
परंतु किसी परीक्षा के लिए 15,000 (पन्द्रह हजार) से कम आवेदन रहने पर सामान्यतः प्रारम्भिक परीक्षा नहीं ली जाएगी और ऐसी स्थिति में सिर्फ एक परीक्षा ली जाएगी जिसमें मुख्य परीक्षा के सभी विषय शामिल होंगे।
सभी परीक्षाओं में सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय उत्तर युक्त होंगे। एक प्रश्न का पूर्ण अंक 3 (तीन) होगा। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 3 (तीन) अंक दिये जायेंगे तथा प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1 (एक) अंक की कटौती की जायेगी।
भाषेत्तर विषयों को छोड़कर प्रश्न हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा में होंगे।
प्रारम्भिक परीक्षा :
प्रारम्भिक परीक्षा में एक पत्र सामान्य ज्ञान का होगा।
पत्र – सामान्य ज्ञान (कुल प्रश्न – 120, परीक्षा अवधि – 2 घंटा)
(क) सामान्य अध्ययन -.. 30 प्रश्न
(ख) सामान्य विज्ञान -. 20 प्रश्न
(श) सामान्य गणित -. 20 प्रश्न
(ध) मानसिक क्षमता जाँच -. 20 प्रश्न
(ड) झारखण्ड राज्य से संबंधित ज्ञान-.. 30 प्रश्न
कुल – 120 प्रश्न
मुख्य परीक्षा :
मुख्य परीक्षा के लिए तीन पत्र होंगे।यह परीक्षा तीन पालियों में ली जायेगी [प्रत्येक पत्र के परीक्षा की अवधि 2 घंटा की होगी। इसमें निम्न विषय रहेंगे:
पत्र – 1 (भाषा ज्ञान) : कूल प्रश्न – 120, परीक्षा अवधि – 2 घंटा
(क) हिन्दी भाषा ज्ञान – ७9० प्रश्न
(ख) अंग्रेजी भाषा ज्ञान -.. ७० प्रश्न
इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए 30% अर्हतांक निर्धारित रहेगा। प्राप्त अंक मेधा निर्धारण के लिए नहीं जोड़ा जायेगा अर्थात यह पत्र अर्हक (qualifying) प्रकृति का होगा।
पत्र-2 जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा, कुल प्रश्न-100, परीक्षा अवधि- 2 घंटा
हिन्दी / अंग्रेजी / उर्दू /“संथाली ,/ बंगला ,/ मुण्डारी / हो // खड़िया // कुडूख(उरांव) // कुरमाली / खोरठा,/ नागपुरी / पंचपरगनिया / उड़िया / संस्कृत में से किसी एक भाषा की परीक्षा विकल्प के आधार पर अभ्यर्थी दे सकेंगे। इस परीक्षा में संबंधित भाषा के 100 बहुवैकल्पिक प्रश्न पूछे जायेंगे।
पत्र- 3 सामान्य ज्ञान, कुल प्रश्न-150, परीक्षा अवधि- 2 घंटा
(क) सामान्य अध्ययन -. 3 प्रश्न
(ख) सामान्य विज्ञान 20 प्रश्न
(श) सामान्य गणित 20 प्रश्न
(ध) मानसिक क्षमता जाँच -. 20 प्रश्न
(ड) कम्प्यूटर का ज्ञान 20 प्रश्न
(व) झारखण्ड राज्य से संबंधित ज्ञान 4 प्रश्न
टिप्पणीः-.. पत्र-1 (भाषा ज्ञान) की परीक्षा में न्यूनतम अर्हतांक 30% (तीस प्रतिशत) होगा। न्यूनतम अर्हतांक से कम अंक प्राप्त करने वाले अम्यर्थी नियुक्ति के
लिए चयन हेतु असफल,/अयोग्य माने जायेंगे तथा ऐसे अभ्यर्थियों के पत्र-2 एवं पत्र-3 का मूल्यांकन नहीं किया जायेगा।
Syllabus
प्रारम्भिक परीक्षा का पाठ्यक्रम
पत्र – सामान्य ज्ञान
(क) सामान्य अध्ययनः इसमें प्रश्नों का उद्देश्य अभ्यर्थी की सामान्य जानकारी तथा समाज में उनके अनुप्रयोग के सम्बन्ध में उसकी योग्यता की जाँच करना होगा। वर्तमान घटनाओं और दिन-प्रतिदिन की घटनाओं के सूक्ष्म अवलोकन तथा उनके प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण जैसे मामलों की जानकारी जिसे कि किसी भी शिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जाती है। इसमें झारखण्ड, भारत और पड़ोसी देशों के संबंध में विशेष रूप से यथा संभव प्रश्न पूछे जा सकते हैं। सम-सामयिक विषय, वैज्ञानिक प्रगति, राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार, भारतीय भाषाएँ, पुस्तक, लिपि, राजघानी, मुद्रा, खेल-खिलाड़ी, महत्त्वपूर्ण घटनाएँ। भारत का इतिहास, संस्कृति, भूगोल, पर्यावरण, आर्थिक परिदृश्य, स्वतंत्रता आंदोलन, भारतीय कृषि तथा प्राकृतिक संसाधनों की प्रमुख विशेषताएँ एवं भारत का संविधान एवं राज्य व्यवस्था, देश की राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, सामुदायिक विकास, पंचवर्षिय योजना। झारखण्ड राज्य की भौगोलिक स्थिति एवं राजनीतिक स्थिति की सामान्य जानकारी।
(ख) सामान्य विज्ञान: सामान्य विज्ञान के प्रश्न में दिन-प्रतिदिन के अवलोकन एवं अनुभव पर आधारित विज्ञान की सामान्य समझ एवं परिबोध से संबंधित प्रश्न रहेंगे। जैसा कि एक सुशिक्षित व्यक्ति से जिसने किसी विज्ञान विषय का विशेष अध्ययन नहीं किया हो, अपेक्षित है।
(ग) सामान्य गणितः इस विषय में सामान्यतः अंक गणित, प्राथमिक बीजगणित ज्यामिति, सामान्य त्रिकोणमित्ति, क्षेत्रमिति से संबंधित प्रश्न रहेंगे। सामान्यतः इसमें मैट्रिक ,”10वीं कक्षा स्तर के प्रश्न रहेंगे।
(घ) मानसिक क्षमता जाँचः इसमें शाब्दिक एवं गैर शाब्दिक दोनो प्रकार के प्रश्न रहेंगे। इस घटक में निम्न से संबंधित यथासंभव प्रश्न पूछे जा सकते हैं – सादृश्य, समानता एवं मिन्नता, स्थान कल्पना, समस्या समाधान, विश्लेषण, दृश्य स्मृति, विभेद, अवलोकन, संबंध अवधारणा, अंक गणितीय त्कशक्ति, अंक गणितीय संख्या श्रृंखला एवं कूट लेखन तथा कूट व्याख्या इत्यादि।
(ड) झारखण्ड राज्य से संबंधित ज्ञान: झारखण्ड राज्य के भूगोल, इतिहास, सम्यता, संस्कृति, भाषा-साहित्य, स्थान, खान खनिज, उद्योग, राष्ट्रीय आंदोलन में झारखण्ड का योगदान, विकास योजनाएँ, खेल-खिलाड़ी, व्यक्तित्त, नागरिक उपलब्धियाँ, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व के विषय इत्यादि।
प्रारंभिक परीक्षा के प्राप्तांक के आधार पर सामान्य मेधा सूची (0०ज्राशण प्रव्मो |) तैयार की जायेगी। अनारक्षित और आरक्षित अभ्यर्थियों के कोटिवार रिक्त पदों की संख्या के 15 गुणा अभ्यर्थियों का चयन मुख्य परीक्षा के लिए किया जायेगा।
मुख्य परीक्षा का पाठ्यक्रम
पत्र – 1 (भाषा ज्ञान)
(क) हिन्दी भाषा ज्ञान —
- हिन्दी अनुच्छेद पर आधारित प्रश्न – . 30 प्रश्न
- हिन्दी व्याकरण पर आधारित प्रश्न – . 30 प्रश्न
इस विषय में हिन्दी अपठित अनुच्छेद (Unseen Passage) तथा हिन्दी व्याकरण पर आधारित प्रश्न रहेंगे।
(ख) अंग्रेजी भाषा ज्ञान :-
- () अंग्रेजी अनुच्छेद पर आधारित प्रश्न – 30 प्रश्न
- () अंग्रेजी व्याकरण पर आधारित प्रश्न – 30 प्रश्न
इस विषय में अंग्रेजी अपठित अनुच्छेद (Unseen Passage) तथा अंग्रेजी व्याकरण पर आधारित प्रश्न रहेंगे।
पत्र – 2 क्षेत्रीय भाषा)
हिन्दी /अंग्रेजी// उर्दू / संथाली /“ बंगला // मुण्डारी / मुण्डा // हो // खड़िया // कुडूख(उरांव) // कुरमाली /खोरठा,/ नागपुरी / पंचपरगनिया,/ उड़िया / संस्कृत में से किसी एक भाषा की परीक्षा विकल्प के आधार पर अभ्यर्थी दे सकेंगे। इस परीक्षा में संबंधित भाषा के 100 बहुवैकल्पिक प्रश्न पूछे जायेंगे।
हिन्दी
1. भाषा
- हिन्दी की उत्पत्ति
- पुरानी हिन्दी अवहड
- डिंगल
भाषा के विभिन्न रूप :- रचनात्मक भाषा, राष्ट्रभाषा, राजमाषा, सम्पर्क भाषा, संचार भाषा।
हिन्दी का शब्द भंडार-– तत्समू, तदूभव, देशज, विदेशज।
भाषा विज्ञान:-.. भाषा की परिमाषा, उत्पत्ति, विकास घ्वनि परिवत्रन और अर्थ परिवर्तन।
साहित्य सिद्धान्त :- . काव्य-लक्षण, काव्य-हेतु, काव्य-प्रयोजन, शब्द-शक्ति, रस, छंद, अंलकार।
पाश्वात्य साहित्य सिद्धान्तः-प्लेटो, वर्डसवर्थ, मैथ्यू आर्नल्ड, आइ0ए0 रिचर्ड्स, टी0एस, इलियट के सिद्धान्त।
प्रयोजनमूलक हिन्दी :- अवधारणा, प्रशासनिक हिन्दी, प्रशासनिक पत्राचार, संक्षेपण, टिप्पण, प्रारूपण, प्रतिवेदन |
2. साहित्य
काव्य- पुस्तक – काव्य कुन्ज
निर्धारित कवि- विद्यापति, कबीर, सूरदास, तुलसीदास, बिहारी, रसखान, भूषण।
(ख) काव्य वीथि
निर्धारित कवि- भारतेन्दु हरिश्चन्द्र, मैथिलीशरण गुप्त, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा,
जयशंकर प्रसाद, रामधारी सिंह दिनकर, अज्ञेय, नागार्जुन, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना और धूमिल।
3… उपन्यास
के… गोदान – प्रेमचन्द।
ख. . मैला आँचल.- फणीश्वर नाथ रेणु।
ग. रांगदरबाशी.- श्रीलाल शुक्ल।
4… कहानियाँ
मधुआ – जयशंकर प्रसाद
ख. ठाकुर का कुआँ – प्रेमचन्द
ग. नीलम देश की राजकन्या- जैनेन्द्र कुमार
घ. परिनदे – निर्मल वर्मा
ड. दिल्ली में एक मौत- कमलेश्वर
च. वापसी – उषा प्रियवंदा
छ. . अभिशप्त – यशपाल
ज.. मिसपाल – मोहन राकेश
पुस्तक- कथा केतन
5… नाटक
क. . भारत-दुदर्शा- भारतेन्दु हरिश्वन्द्
ख ध्रुव स्वामिनी- जयशंकर प्रसाद
ग. . आधे- अधूरे- मोहन राकेश
हिन्दी साहित्य का इतिहास-
1… हिन्दी साहित्य का इतिहास- रामचन्द्र शुक्ल
2… हिन्दी साहित्य का इतिहास- . सं0 डॉ0 नागेन्द्
व्याकरण :- संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, कारक, समास, महावरे।
[button color=”green” size=”medium” link=”http://jssc.nic.in/sites/default/files/Revised%20JGGSLCCE-2019%20Brochure%20Final%20dated-16.09.2019%20(03-2019).pdf” icon=”” target=”false”]Download Syllabus[/button]
Important Links
Notification | |
Registration | |
Official Website | |
Complete Details | Vacancy |