COVID-19 महामारी के चलते भारत में 24 मार्च 2020 से 31 मई 2020 तक लॉक डाउन की घोषणा की गई| इस लोक डाउन के चलते कोचिंग/ स्कूल/ कॉलेज/ दफ्तर और अन्य कारखाने सभी को बंद रखने के आदेश भारत के गृह मंत्रालय ने दिए हैं| यदि आप दूसरे शहर में मकान किराया लेकर रहते हैं तो आपको किराया माफ या फिर इससे जुड़ी विज्ञप्ति/ सरकार के आदेश/ हेल्पलाइन नंबर/ पुलिस Complaint हो जाए होंगे|
FLAT/ ROOM RENT मकान किराए दार अपने मकान मालिक के खिलाफ COVID-19 Lockdown के चलते किराए में छूट/ माफ़ के लिए बोल सकते हैं| दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सभी मकान मालिकों को यह कहा था कि हो सके तो मकान किराया 2 महीने के लिए टाल दें या फिर किस्तों में मकान किराया ले|
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी लोन ईएमआई एवं क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान को 3 महीने के लिए मोरटोरियम/ स्थगित करने के आदेश दिए थे जो कि 31 मई 2020 को खत्म हो रही है| लेकिन ताजा खबर यह है कि शायद यह 2 महीने और बढ़ जाए यानी कि जून और जुलाई 2020 की लोन ईएमआई भी स्थगित कर सकते हैं|
- मकान किराया EMI/ माफ
- कॉलेज के विद्यार्थी
- कोचिंग के विद्यार्थी
- फैमिली मकान किराएदार
- श्रमिक मकान किराया
- प्रवासी मजदूर किराएदार का किराया माफ
- कोचिंग क्लासेस का किराया
- दुकान का किराया
- लाइब्रेरी का किराया
- सर्विस सेंटर का किराया
- मकान बंद उसके बाद भी किराया इत्यादि
कॉलेज के विद्यार्थी का मकान किराया
Table of Contents
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च 2020 से लोक डाउन के आदेश दिए थे जिसके तहत सभी राज्य के गृह मंत्रालयों एवं भारत गृह मंत्रालय के द्वारा दिए गए दिशा निर्देश का पालन करते हुए सभी स्कूल एवं कॉलेज बंद कर दिए गए| और जो भी परीक्षा होनी थी वह भी स्थगित कर दी गई| कुछ विद्यार्थी लोक डाउन के आदेश से पहले ही अपने घर चले गए और किराए का मकान बंद था| लेकिन किराएदार अभी मकान किराया मांग रहा है|
कोरोना वायरस ने भारत एवं विश्व की अर्थव्यवस्था को झनजोर दिया है| इस महामारी के चलते लगभग सभी व्यवसाय बंद है और आमदनी भी प्रभावित हुई है|
Q1. कॉलेज बंद था और मैं घर चला गया क्या मैं मकान किराया दूं?
Ans: यदि आप गरीब परिवार से हैं और आपके पास में किराए देने के लिए पैसा नहीं है तो आप अपने किराएदार से किराए में रियायत या फिर किराया माफ की गुजारिश कर सकते हैं|
Q2. यदि मैं एक साथ किराया नहीं दे सकता तो क्या करूं?
Ans. यदि आप विद्यार्थी हैं और एक साथ किराया देने में असमर्थ हैं तो आप अपने किराएदार को EMI मैं किराया दे सकते हैं|
कोचिंग क्लासेज के विद्यार्थी
भारत में लगभग 10 लाख से अधिक ( छोटे एवं बड़े) कोचिंग क्लासेस चल रही हैं और इसमें 5 करोड़ से अधिक छात्र एवं छात्राएं या तो नौकरी के लिए कोचिंग कर रही हैं या फिर कोई एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने के लिए कोचिंग कर रहे हैं|
कोरोनावायरस लॉक डाउन के चलते कोचिंग क्लासेज को भी बंद करना पड़ा और सभी विद्यार्थी अपने मकान एवं घरों में रहे| जो भी विद्यार्थी कोचिंग क्लासेस के चलते शहर में किराएदार हैं तो वह अपने मकान मालिक से किराए में रियायत/ छूट के लिए बोल सकते हैं|
फैमिली मकान किराएदार
आप यदि अपनी माता पिता, पत्नी, पति, बच्चों के साथ में मकान किराए पर रह रहे हैं और किराया देने में असमर्थ हैं तो भी आप अपने किराएदार को किराए में रियायत के लिए गुजारिश कर सकते हैं| लगभग सभी मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहां है कि किराएदार को किराए के लिए परेशान ना करें यदि उनके पास में किराया देने का पैसा नहीं है तो वह दो-तीन महीने के लिए किराए में छूट दें या फिर किस्त में किराया लिए| जिससे कि किराएदार पर किराए के पैसे का बोझ न पड़े|
अपनी फैमिली के साथ में किराए के मकान पर रहते हैं तो वैसे ही घर का खर्चा होता है| बड़े शहरों में किराया 10000 प्रति माह से भी ज्यादा होता है| और यह मकान का लोकेशन/ उसमें फैसिलिटी एवं उसका लोकेशन पर निर्भर करता है|
श्रमिक/मजदूर मकान किराएदार
सबसे ज्यादा परेशानी कोरोना वायरस लॉक डाउन की चलती है यदि किसी को हुई है तो वह श्रमिक एवं मजदूर वर्ग के लोग हैं|
जब पूरा भारत बंद है और सभी कारखाने/ इंडस्ट्री/ ऑफिस बंद है तो बेचारे मजदूर एवं श्रमिकों को पैसा कहां से मिलेगा| यदि यह लोग मकान किराया लेकर के शहर में रहते हैं तो इनको और भी परेशानी झेलनी पड़ती है| इनकी आर्थिक स्थिति सबसे खराब है क्योंकि महीने के अंत में इनके पास में यदि पैसे नहीं आए तो दूसरे महीने मैं बहुत सारी परेशानियां आती है|
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल/ अशोक गहलोत/ योगी आदित्यनाथ ने यह गुजारिश की है कि मकान मालिक अपने किराएदार जोकि श्रमिक मजदूर हैं उन से किराया ना लें जिससे कि उन पर आर्थिक बोझ ना बढ़े|
यदि आप किराएदार हैं और किराया देने में असमर्थ हैं और मकान मालिक मकान किराया लेने के लिए जोर जबस्ती कर रहा है तो आप पुलिस में शिकायत कर सकते हैं और किराया माफ भी किया जा सकता है|
प्रवासी मजदूर मकान किराया
क्या आप प्रवासी मजदूर हैं? और अपने घर/ प्रदेश लौट चुके हैं? बहुत सारे प्रवासी सरमीक अपने घर लौट रहे हैं और मकान खाली कर रहे हैं| यदि आप किराएदार आपका सामान नहीं लौटा रहा और किराया लेने के लिए जोर गाली गलौज एवं लड़ाई करता है तो आप पुलिस में शिकायत कर सकते हैं| पुलिस आपकी पूरी मददकरेगी|
बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, झारखंड, तेलंगाना, तमिलनाडु, दिल्ली, अहमदाबाद, आगरा, लखनऊ, जयपुर, कोटा, जोधपुर, बेंगलुरु/ मुंबई/ पुणे, हैदराबाद, कोलकाता एवं अन्य शहरों में जो भी प्रवासी मजदूर रह रहे हैं वह भी अपने मकान मालिक से किराया माफ के लिए बोल सकते हैं|
कोचिंग क्लासेस किराया माफ
यदि आप कोचिंग क्लासेस के मालिक हैं और किराया माफ चाहते हैं तो भी आप अपने कोचिंग क्लासेस की बिल्डिंग के मालिक से बात कर सकते हैं|
- कोचिंग क्लासेस किराए में रियायत
- कोचिंग क्लासेस का किराया EMI से