National Education Policy Draft 2020 is ready and was presented to MHRD Minister Shri Ramesh Pokhriyal ‘Nishank’. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत प्रमुख प्रस्तावना की गई है| At present the National Education Policy 1992 is active but in few days, Govt. of India will launch NEP 2020 (National Education Policy). The Vice Present of India has asked people to speak about new NEP on Discussion Forum. Send their reviews and suggestion.
स्कूली शिक्षा
Table of Contents
- प्रारंभिक बाल्यावस्था में देखभाल और शिक्षा सीखने की बुनियाद
- बुनियादीसाक्षरता एवं संख्या ज्ञान
- ड्रॉपआउट बच्चों को शिक्षा में पुनः जोड़ने और सभी तक शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करना
- स्कूलों में शिक्षा कर्म और शिक्षण शास्त्र
- पुलिस शिक्षा के लिए एक नया शिक्षा कर्मियों और शिक्षण शास्त्र इयत्ता
- विद्यार्थियों को समग्र विकास
- मूलभूत अधिगम और तार्किक चिंतन को समृद्ध करने के लिए शिक्षा कर्म की विषय वस्तु को कम कर
- कोर्ट चुनाव में एक लचीलापन लाकर विद्यार्थियों को सशक्त बनाना
- मातृभाषा/ स्थानीय भाषा में शिक्षा, बहुभाषिकता और भाषा की शक्ति
- नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क
- स्थानीय विषय वस्तु और संदर्भों के साथ राष्ट्रीय पाठ्य पुस्तकें
- विद्यार्थि विकास के लिए आकलन को बदलना
- क्षेत्र विशेष में रुचि रखने वाले और प्रति भावना विद्यार्थियों की सहायता
- शिक्षक
- प्रभावी शिक्षक नियुक्ति और पद स्थापन
- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अनुकूल का वातावरण और संस्कृति
- सतत पेशेवर विकास
- करियर मैनेजमेंट
- शिक्षक शिक्षा का दृष्टिकोण
- समतामूलक और समावेशी शिक्षा
- शिक्षा में अल्प प्रतिनिधित्व वाले समूहों के उत्थान हेतु प्रयास
- क्रॉस कटिंग टीम के रूप में लड़कियों की शिक्षा
- अनुसूचित जाति के समुदायों और अन्य पिछड़े वर्ग के बच्चों की शिक्षा
- आदिवासी समुदाय के बच्चों की शिक्षा
- अल्पसंख्यक समुदाय के अल्प प्रतिनिधित्व वाले समूह के बच्चों की शिक्षा
- सहरी निर्धन परिवार के बच्चों की शिक्षा
- ट्रांसजेंडर बच्चों की शिक्षा
- विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की शिक्षा
- स्कूल कांपलेक्स के माध्यम से प्रभावी गवर्नेंस और कुशल संसाधन उपलब्ध
- स्कूल पंपलेट द्वारा छोटे स्कूलों का अलगाव समाप्त करना
- स्कूल कांटेक्ट द्वारा फूलों को बेहतर संसाधन उपलब्ध कराना
- स्कूल कॉन्प्लेक्स द्वारा शिक्षा को बढ़ावा देना
- स्कूल कॉन्प्लेक्स द्वारा शिक्षकों के लिए बेहतर सहयोग
- स्कूल कॉन्प्लेक्स का प्रशासन और प्रबंधन
- स्कूल कॉन्प्लेक्स द्वारा प्रभावी गवर्नेंस
- स्कूलकंप्लेंट के प्रत्येक स्कूल का प्रस्ताव ई गवर्नेंस और प्रबंधन
- स्कूल शिक्षा का विनियमन (Regulation) एवं प्रमाणन (Accreditation)
- स्कूल शिक्षा प्रणाली की रूपरेखा और भूमिकाएं
- जवाबदेही के साथ स्वायत्तता का प्रत्ययन (Accreditation for autonomy with accountability)
- विनय मन. प्रमाणन और निजी स्कूलों का निरीक्षण
- RTE Act में निहितार्थ
- विद्यालय शिक्षण प्रणाली में कामकाज का मूल्यांकन
- बच्चों और किशोरों के शिक्षा के अधिकारों का संरक्षण
उच्च शिक्षा
- गुणवत्तापूर्ण विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय: भारतीय उच्च शिक्षा व्यवस्था हेतु एक नए और भविष्यमुखी दूरदृष्टि
- संस्थागत पूर्ण गठन और समेकन
- लिबरल शिक्षा की तरफ एक कदम
- लिबरल एजुकेशन
- स्नातकोत्तर कार्यक्रम में ऊर्जा का संचार करने हेतु शिक्षा एप्रोच
- लिबरल एजुकेशन अप्रोच के जरिए पेशेवर शिक्षा को समृद्ध बनाना
- लिबरल एजुकेशन और शोध
- उच्च शिक्षा में कार्यक्रम, डिग्री और अन्य सर्टिफिकेशन
- छात्रों के सीखने के लिस्ट माहौल और उनकी सहायता
- नवाचारी और उत्तरदाई शिक्षा और शिक्षण शास्त्र
- सीखने और विकास के लिए छात्रों की सहायता
- मुक्त और दूरस्थ अधिगम
- उच्च शिक्षा का अंतरराष्ट्रीय करण
- ऊर्जावान, जुड़ाव रखने वाले और सक्षम संकाय
- उच्च शिक्षा संस्थानों में संकाय को वापिस केंद्र में स्थापित करना
- राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थान (NRF)
- एक नवीन अनुसंधान संस्था का गठन करना
- सशक्त और कड़े पियर रिव्यू के द्वारा आए अनुसंधान प्रस्ताव को वित्त पोषित करना
- सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में अनुसंधान की क्षमता का विकास करना
- शासन, उद्योग और शोधार्थियों के बीच लाभकारी जुड़ा बनाना
- NRF द्वारा वित्त पोषित किए गए अनुसंधान ओं में से उत्कृष्ट अनुसंधान आवाज और राष्ट्रीय सेमिनार ओं द्वारा पहचान दिलाना
- शिक्षक शिक्षा
- शिक्षक शिक्षा व्यवस्था में सत्य निष्ठा की बहाली
- शिक्षक शिक्षा कार्यक्रमों को भविष्य महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में लाना
- विश्वविद्यालयों में शिक्षा के विभाग
- शिक्षक शिक्षा में शिक्षक
- उच्च शिक्षा में शिक्षक
- पेशेवर शिक्षा
- पूर्व स्नातक शिक्षा
- पेशेवरना क्षमता का नियोजन
- स्नातकोत्तर शिक्षा एवं शोध
- संकाय सदस्य
- गवर्नेंस, विनियमन एवं प्रमाणन
- कृषि एवं अन्य संबंध अनुशासन
- कानून शिक्षा
- स्वास्थ्य सेवा शिक्षा
- तकनीकी शिक्षा
- उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए सशक्त प्रभावी शासन और प्रभावी नेतृत्व
- नियामक प्रणाली का रूपांतरण
- नियामक प्रणाली की रूपरेखा और बनावट
- प्रत्ययन विनियमन का आधार
- मांगों को तय करने वाले निकाय
- अन्य निकायों की भूमिका
- उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थापना
- समान नियामक व्यवस्था
अतिरिक्त प्रमुख Focus क्षेत्र
- शिक्षा में प्रौद्योगिकी
- एक नए राष्ट्रीय शैक्षणिक तकनीकी मंच की स्थापना
- प्रौद्योगिकी को शामिल करने के लिए प्रति दृष्टिकोण
- शिक्षक की तैयारी और पेशेवर विकास
- शिक्षण. अधिगम और मूल्यांकन प्रक्रिया में सुधार
- शैक्षिक पहुंच को बढ़ाना
- शैक्षिक योजना और प्रबंधन को व्यवस्थित करना
- प्रभावी प्रौद्योगिकी
- व्यवसायिक शिक्षा
- व्यवसायिक शिक्षा का सभी स्कूल, कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों के साथ एकीकरण
- रूपरेखा और मानक
- सेकेंडरी स्कूलों में व्यवसायिक शिक्षा
- युवाओं एवं पौधों के लिए व्यवसायिक शिक्षा
- विशिष्ट महत्व वाले क्षेत्र
- प्रोड शिक्षा
- प्रोड शिक्षा की पाठ्य चर्चा के ढांचे का विकास
- आधारभूत सुविधाओं और तब तक पहुंच को सुनिश्चित करना
- प्रोड शिक्षा के लिए शैक्षिक कार्यकर्ताओं के कैडर का प्रशिक्षण
- प्रोड शिक्षा में व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करना
- भारतीय भाषाओं का प्रसार
शिक्षा में बदलाव
राष्ट्रीय शिक्षा आयोग : नए राष्ट्रीय शिक्षा आयोग के नेतृत्व में आरती शिक्षा व्यवस्था का विजन से क्रियान्वयन, सभी स्तरों पर समता और उत्कृष्टा प्रदान करने, और एक तारक मेहता के साथ काम करने की और बढ़ाना
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- शिक्षा के लिए एक नया शीर्ष निकाय: राष्ट्रीय शिक्षा आयोग: एक नया शीर्ष निकाय का गठन किया जाएगा जिसे राष्ट्रीय शिक्षा आयोग (RSA/ NCE) के रूप में नामित किया गया है| राष्ट्रीय शिक्षा आयोग सदस्य रूप से देश में शिक्षा के विजन को विकसित करने, इसे स्पष्ट शब्दों में अभिव्यक्त करने, और इसके मूल्यांकन और संशोधन के लिए जिम्मेदार होगा| यह उस संस्थागत ढांचे का निर्माण और देखरेख करेगा जो शिक्षा के विजन को साकार करने में मदद करेगा
- शिक्षा मंत्रालय (MoE): उन्हें शिक्षा और सीखने पर ध्यान करने के लिए एमएचआरडी (MHRD) को नया स्वरूप दिया जाएगा और इसे शिक्षा मंत्रालय के रूप में पुणे गठित किया जाएगा|
- राष्ट्रीय शिक्षा आयोग का अध्यक्ष: भारत के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय शिक्षा आयोग के अध्यक्ष होंगे| प्रधानमंत्री वर्ष में कम से कम एक बार राष्ट्र शिक्षा आयोग की बैठक बुलाएंगे या जितनी बार आवश्यकता समझी जाएगी इतनी बात जिसमें प्रधानमंत्री समर्पिता में भारत की शिक्षा की प्रकृति की समीक्षा और अपने अधिकार के तहत आवश्यकता अनुसार राष्ट्रीय आयोग को उचित रूप से सशक्त बनाने और प्रेरित करने के लिए उचित कदम उठाएंगे|
- नियामक निकायों: निम्नलिखित राष्ट्रीय स्तर के सर्वोच्च निकाय राष्ट्रीय शिक्षा आयोग को रिपोर्ट करेंगे जो उनके विचारों और प्रभावी कामकाज की देखरेख करेगा| रात निम्न सभी निकायों जो इस को रिपोर्ट करेंगे के अध्यक्ष मुख्य कार्यकारी अधिकारी और बोर्ड के सदस्यों गोमती करेगा|
- ( प्रस्तावित) राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा नियामक प्राधिकरण – NHERA National Higher Education Regulatory Authority
- राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC)
- (प्रस्तावित) सामान्य शिक्षा परिषद (General Education Council)
- ( प्रस्तावित) उच्च शिक्षा अनुदान आयोग HEGC Higher Education Grants Council
- राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT)
- राष्ट्रीय शैक्षणिक योजना और प्रशासन संस्थान (National Institute of Educational Planning and Administration)
- (प्रस्तावित) राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन National Research Foundation
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